Share market kya hai
Share market
इससे पहले हम शेयर
मार्किट में इन्वेस्टमेन्ट के बारे में सीखे मै उम्मीद करता हु की आपको पता होगा की
आपने अपनी इनकम का २०% हिस्सा R
D या F D के रूप में सरकारी बैंक में रखना चाहिए | ताकि बुरे वक़्त में वो पैसे हमारे काम आ सके | दूसरी चीज अगर आप नार्मल लाइफ से ज्यादा पैसे कमाना चाहते हो
तो हमे पैसे से काम करवाना होगा |
यानि पैसे को कही न कही इन्वेस्ट
करना होगा | चाहे कही बिज़नेस में, रियल एस्टेट में,
अगर आप शेयर मार्किट में बिलकुल नए है तो आज मै आपके
साथ शेयर मार्किट की बड़ी कमाल की बाते शेयर करने वाला हु अगर आप नए है तो भी आपको जानना
चाहिए | क्या आपको पता है आपको आपके पैसे पर कहाँ से कितना परसेंट return मिल रहा है | अगर नहीं तो देखिये फिक्स्ड deposit में आपको 7% return मिल जाता है, debt fund
में इन्वेस्ट करते
है तो 6% return मिल जाता है, gold एंड Real estate में लगभग ५ से ६
%
सेविंग अकाउंट में
लगभग ४ %, current अकाउंट में तो कुछ मिलता ही नहीं है लेकिन mutual फंड्स में आपको लगभग १२ % और शेयर मार्किट से आपको
लगभग १८ % तक return मिल सकता है, जी हाँ सही सुना
आपने १८ और उससे भी ऊपर के return
आप शेयर मार्किट से कमा सकते
है | अब देखिये शेयर मार्किट में आप अपना पैसा कैसे इन्वेस्ट
कर सकते है | इसमें २ तरीके से आप पैसा इन्वेस्ट कर सकते है, नंबर 1.
Indirect या mutual funds से
नंबर २.डायरेक्ट जब आप खुद किसी कंपनी के शेयर खरीदते तो उसको बोलते
है डायरेक्ट, देखिये डायरेक्ट इन्वेस्ट करने के लिए आपके पास
demat अकाउंट होना चाहिए | आप अपना demat
अकाउंट फ्री में खोल सकते
है उसके लिए लिंक मैंने डिस्क्रिप्शन बॉक्स में दिया है | सहायक वीडियो के लिंक भी दिए गए है | साथ ही फ्री टेलीग्राम का लिंक भी दिया गया है | जिसे ज्वाइन करके आप शेयर मार्किट की फ्री लर्निंग प्राप्त कर सकते है |
तो चलिए सबसे पहले
समझ लेते है शेयर मार्किट काम कैसे करती है | बहुत ही सिंपल शेयर
मार्किट मंडी की तरह काम करती है |
कोई भी सामान खरीदने आप मंडी
जाते है सामान खरीदने उनसे पूछते है भाई ये
सामान क्या भाव है | वो कहता है जी ५० रुपए किलो आप कहते है भाई सही
लगा लो, मै तो ४५ रूपये ही दूंगा, वो कहता है ना तेरी ना मेरी ४८ रूपये दे दो | ऐसा होता होगा आपके साथ भी बिलकुल इसी तरह शेयर मार्किट भी चलती
है |
किसी भी सामान का
भाव डिमांड एंड सप्लाई तय करती है |
किसी वस्तु की डिमांड ज्यादा
आ रही है लेकिन सप्लाई कम है तो उस वस्तु के रेट्स बढ़ जायेंगे लेकिन किसी वस्तु की
सप्लाई ज्यादा आ रही है या किसी कारण से डिमांड कम हो गई है तो उस वस्तु के भाव गिर
जाते है | सभी मंडियों में वस्तुओ के भाव इसी तरह से तय होते
है | और शेयर मार्किट में भी डिमांड एंड सप्लाई के आधार
पर ही किसी शेयर के भाव कम ज्यादा होते है |
शेयर मार्किट की दो
मंडिया है N S E (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज), B S E (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) इनमे शेयर ख़रीदे और बेचे
जाते है | जिसे ट्रेडिंग
एंड investing बोलते है | शेयर मार्किट क्या है ये तो समझ लिया लेकिन शेयर
मार्किट में लोग फ़ैल क्यों होते है ये भी समझ
लेते है | देखिये भारत में केवल ४% लोग शेयर मार्किट में इन्वेस्ट
करते है | लेकिन अमरीका में लगभग ५० % लोग शेयर मार्किट में
पैसे इन्वेस्ट करते है
क्योकि भारत में लोग
रिस्क उठाना नहीं चाहते, सही knowledge नहीं है, और इसके बारे में सही courses नहीं है , और अगला कारण फ्रॉड्स
एंड स्कैंडल है | जिस कारण लोगो का भरोसा ख़तम हो गया है
लेकिन ऐसे बहुत से example
है जिन्होंने शेयर मार्किट
से बहुत अच्छा पैसा कमाया है | जैसे वारेन buffett, राकेश झुनझुनवाला, विजय kedia,
रामदेव अग्रवाल, राधाकृष्णन दमानी और कई लोग है जिन्होंने अच्छा पैसा कमाया है
लेकिन जब ये लोग कमा
रहे है तो और लोग क्यों नहीं कमा रहे, क्योकि लोग शेयर buy करने के लिए tv, इंटरनेट,
friends , और न्यूज़ पेपर्स का
सहारा लेते है यही हमारी सबसे बड़ी गलती होती है | देखिये न्यूज़ को ट्रैक
मत करिये ट्रैंड को ट्रैक करिये |
जी हाँ 1. trand is
your friend |ट्रैंड को ट्रैक करिये ट्रैंड का पता लगाइए ट्रैंड
क्या है | उसी को फॉलो करे |
father of value investing benzim graahim कहते है | माल हमेशा सस्ते में खरीदो | सस्ती चीज को महंगे में खरीदना या महंगी चीज को
सस्ते में कैसे खरीदना है | मतलब शेयर मार्किट में आपने ज्यादा ज्ञान रखने की जरुरत नहीं है | सिर्फ इतना सा ज्ञान काफी है की मार्किट में
पैसे लगाने से पहले ये देख ले की मार्किट का P इ ratio
क्या चल रहा है | P इ ratio १० से ३० के बीच में हो सकता है |
अगर P इ ratio १० या १५ के आस पास चल रहा है तो उस समय आपको
खरीदारी करनी चाहिए | मतलब इस समय आपको माल सस्ते में मिल रहा है | और अगर P इ ratio ३० के आस पास या इससे ऊपर चल रहा है तो मतलब इस
टाइम मार्किट over वैल्यूड है इस समय कोई भी खरीदारी नहीं करनी
चाहिए | मार्किट के सही valuation का इंतज़ार करना
चाहिए | देखिये दिए गए टेबल के माध्यम से आप P इ ratio के valuation का अंदाजा लगा
सकते हो.
जब P इ ratio १० के आस पास होता है तो आपको आपकी
इन्वेस्टमेंट पर अच्छा return %
मिलता है लेकिन जब P इ ratio ३० के आस पास होता है तो इसमें आपको return % मिलता ही नहीं है | और कई बार तो लॉस भी हो जाता है | देखिए P इ ratio का १० के आस पास
होने का मतलब है आपको १ रुपया कमाने के लिए मार्किट में १० रूपये लगाने होंगे | तो इसमें आपको १० % का return मिला | लेकिन जब आपको १ रुपया कमाने के लिए.
३० रूपये लगाने
पड़े तो इसमें आपका return ३ पॉइंट ३३ % होगा | इससे अच्छा तो आप अपने पैसे f d में रखे तो उसमे कम से कम आपको से ८ परसेंट return तो मिल जायेगा | तो इस तरीके से आप सही valuation पर मार्किट में पैसा लगाए तो आपको बहुत बढ़िया
रिटर्न्स मिल सकते है | पिछले कुछ सालो का डाटा चेक करेंगे तो आपको पता
लगेगा की जब जब P इ ratio १० के आस पास आया
है तो उस साल में return % १०० % से भी ऊपर रहे है |
और जिस साल P इ ratio २८ या ३० पर था उन सालो में return percent माइनस में रहे है | निफ़्टी का P
इ ratio
चेक करने के लिए
लिंक मैंने डिस्क्रिप्शन बॉक्स में दिया है आप चेक कर सकते है | इसके साथ की आप सभी स्टॉक्स का भी P इ ratio चेक कर सकते है लेकिन सिर्फ P
इ ratio
के आधार पर ही buy या sell नहीं किया जा सकता, ये सिर्फ एक मानक है | इसके अलावा और भी मानक है जिनका ध्यान आपको इन्वेस्टमेंट
करने से पहले
रखना चाहिए | जैसे कंपनी के फंडामेंटल्स strong होने चाहिए | कंपनी का बिज़नेस मॉडल, म्यूच्यूअल funds & प्रोमोटर्स होल्डिंग्स, बैलेंस शीट्स, प्रॉफिट loss
स्टेटमेंट्स, कैश फ्लो,
फाइनेंसियल ratios, आदि का भी ध्यान रखना होगा | अगर आप इन फंडामेंटल्स से related और वीडियोस देखना
चाहते है तो चैनल को सब्सक्राइब कर लीजिये और बैल आइकॉन पर क्लिक कर लीजिये ताकि
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मिल सके
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